चंद्रगुप्त मौर्य कैसे बने सम्राट ?

                   तीन सौ बीस ईसा पूर्व की बात है। मगध राज्य में नंद वंश के राजा धनानंद राज्य करते थे। मगध राज्य की राजधानी पाटलिपुत्र थी, जिसे आज पटना के नाम से जाना जाता है । मगध साम्राज्य की सीमा उत्तर में गंगा से दक्षिण में विन्ध्य पर्वत तक, पूर्व में चम्पा से पश्‍चिम में सोन नदी तक फैला था | 

    इस साम्राज्य का राजा जोकि धनानंद था | वह धन का लोभी था | धनानंद अपने खजाने को भरने के लिए प्रजा पर तरह तरह के कर लगा पर बलपूर्वक वसूलता था | इसके कारण सारी जनता धनानंद के खिलाफ हो गई | पर इसका थोड़ा सा भी भय धनानंद को नहीं था | उस समय के सभी राजा विद्वानों  का बहुत आदर करते थे, पर धनानंद अपने अहंकार के कारण वो विद्वानों का भी निरादर कर दिया करता था अपने इसी व्यवहार के कारण उसने अपने दरबार में ही उस युग के महान् विद्वान और नीतिज्ञ चाणक्य का अपमान कर दिया | फिर उसी समय चाणक्य ने यह संकल्प लिया की नंद वंश का विनाश करके इस राज्य गद्दी पर एक सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति को बैठालूँगा |


        एक दिन जब चाणक्य अपने आश्रम की ओर जा रहे थे |तभी उनकी दृष्टि एक लड़के पर पड़ी, जोकि वह लड़का अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था | चाणक्य को उस लड़के में प्रतापी राजा बनने के लक्षण दिखाई दिए | उस लड़के का नाम चन्द्रगुप्त मौर्य था |


फिर चाणक्य ने उस लड़के को अपना शिष्य बनाया और तक्षशिला विश्वविद्यालय में उसे शिक्षा देकर एक योग्य शासक के रूप में तैयार कर दिया। चाणक्य ने अपनी बुद्धि और नीति के बल से चन्द्रगुप्त के साथ मिल कर एक सेना तैयार की और मगध साम्राज्य पर आक्रमण करके नंद को जड़ से उखाड़ फेका और इसी के साथ चंद्रगुप्त मौर्य मगध का शासक बन गया । यही से मौर्य साम्राज्य की स्थापना हुई |


मौर्य वंश में कुल 10 राजा हुए|


  1. चंद्रगुप्त मौर्य – 322-298 ईसा पूर्व (24 वर्ष)

  2. बिन्दुसार – 298-271 ईसा पूर्व (28 वर्ष)

  3. अशोक – 269-232 ईसा पूर्व (37 वर्ष)

  4. कुणाल – 232-228 ईसा पूर्व (4 वर्ष)

  5. दशरथ –228-224 ईसा पूर्व (4 वर्ष)

  6. सम्प्रति – 224-215 ईसा पूर्व (9 वर्ष)

  7. शालिसुक –215-202 ईसा पूर्व (13 वर्ष)

  8. देववर्मन– 202-195 ईसा पूर्व (7 वर्ष)

  9. शतधन्वन् – 195-187 ईसा पूर्व (8 वर्ष)

  10. बृहद्रथ 187-185 ईसा पूर्व (2 वर्ष)


                                                                                                                                                     
 

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