बाबू जगदेव प्रसाद जी


बाबू जगदेव प्रसाद जी

1947 को भारत आजाद हुआ ।1952 से चुनाव शुरू हुआ। 1966 तक सिर्फ तमिलनाडू को छोडकर बाकी पूरे देश मे सामन्तवादी, विषमतावादी सरकारे हुआ करती थी। एक वर्ग विशेष के लोगो का शासन हुआ करता था। आजादी के बाद यदि किसी राजनेता ने इस मिथक को तोडने का काम किया। तो वह कोई और नहीं, भारत लेनिन बाबू जगदेव प्रसाद जी थे।

बाबू जगदेव प्रसाद विधानसभा पहुंचकर महज कुछ साथियों के साथ विधानसभा की कार्यवाही को ही प्रभावित नही किया बल्कि पूरे शासन सत्ता की भागदौड़ ही बहुसंख्यक समाज के हाथो मे दे दी थी। बाबू जगदेव के नेतृत्व मे जो प्रक्रिया बिहार से शुरू हुई। धीरे-धीरे 26 प्रदेशों में बहुसंख्यक समाज की सरकारें बनी।

दुनिया के इतिहास मे कोई भी पर्व, उत्सव किसी महापुरुष के जन्मदिन, शहादत दिवस, विजय, या पराजय की स्मृति मे मनाया जाता है। भारत में जिस महापुरुष के नेतृत्व में बहुसंख्यक समाज की सरकारे बननी शुरू हुई।जिन्होने आपके लिए अपने सीने पर गोली खाई। आपकी पीढियों के लिए शहीद हो गये। और विडम्बना देखिए जिन्होने आपकी पीढियो के अपनी जान दे दी। आज आपलोग उन्हे जानते तक नहीं। यदि जानते भी हैं तो उनके विचारो पर चलने के बजाए दल के दलदल में फसें हैं आप बाबू जगदेव के विचारो पर कब चलना शुरू करेगें? आप भारत लेनिन बाबू जगदेव प्रसाद के जन्मदिन 2 फरवरी 1922 को राष्ट्रीय पर्व के रूप मे कब मनाना शुरू करेगें???

Popular posts from this blog

चितौड़गढ़ किले का निर्माण मौर्य राजा चित्रांगद मौर्य ने 7 वीं सदी में कराया था।

चक्रवर्ती सम्राट अशोक का परिचय